छत्तीसगढ़ में चक्रवात मोन्था का असर: मौसम विभाग का अम्बिकापुर के लिए येलो अलर्ट
छत्तीसगढ़ में चक्रवात मोन्था का असर
चक्रवाती तूफान मोन्था का छत्तीसगढ़ का असर दिख रहा है। आंध्रप्रदेश में इसने भारी तबाही मचाई है और पड़ोसी राज्य उड़ीसा में इसके असर से अच्छी खासी बारिश हो रही है। आज छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में वर्षा हुई है
अम्बिकापुर का मौसम
मौसम विभाग ने 31/10/2025 तक अम्बिकापुर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 30/10/2025 को सरगुजा संभाग में तेज हवाओं और गरज चमक के साथ मध्यम से तेज वर्षा हो सकती है। बेमौसम बरसात से किसानों की चिंता बढ़ गई है।
चक्रवात 'मोनथा' (Cyclone Montha) क्या है
चक्रवात ‘मोनथा’ हाल ही में बंगाल की खाड़ी में उठा एक गंभीर चक्रवाती तूफान था जिसने भारत के पूर्वी तट को प्रभावित किया।
प्रभावित क्षेत्र: इस तूफान का मुख्य प्रभाव आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और दक्षिणी ओडिशा पर पड़ा। कुछ हद तक तमिलनाडु और तेलंगाना में भी बारिश हुई।
लैंडफॉल (तट से टकराना): ‘मोनथा’ चक्रवात ने आंध्र प्रदेश के तट को काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच पार किया।
नामकरण: इस चक्रवात का नाम ‘मोनथा’ थाईलैंड द्वारा दिया गया था, जिसका अर्थ “सुगंधित फूल” होता है।
क्षति: चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाएँ, भारी बारिश और समुद्री लहरों में उछाल देखा गया, जिससे पेड़ उखड़ गए, बिजली और संचार व्यवस्था बाधित हुई, और कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा। प्रभावित जिलों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था।
वर्तमान स्थिति: यह चक्रवात लैंडफॉल के बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया है और गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है, हालांकि इसके प्रभाव से कुछ आंतरिक इलाकों में अभी भी बारिश जारी रहने का अनुमान है।