Shankar Ghat Shiva temple Ambikapur
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Shankar Ghat, Ambikapur – एक शांत और धार्मिक स्थान

क्या आप अंबिकापुर शहर के शोर से दूर, शांति और आध्यात्म की तलाश में हैं? तब आपको शंकर घाट ज़रूर जाना चाहिए। यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहाँ प्रकृति, आस्था और इतिहास का एक अनोखा संगम देखने को मिलता है। Myambikapur.com आपको इस दिव्य घाट की यात्रा पर ले चलता है।

Shankar Ghat का परिचय

Shankar Ghat Ambikapur शहर के किनारे स्थित एक शांत और आध्यात्मिक स्थान है। यहाँ नदी के किनारे बने घाट, हरियाली से घिरे रास्ते, और भगवान शिव का मंदिर—यहां आने वाले हर व्यक्ति को आध्यात्मिक सुकून प्रदान करते हैं।

सुबह और शाम के समय घाट का नज़ारा इतना सुंदर होता है कि कई लोग यहाँ ध्यान, वॉक और योग करने आते हैं।

Shankar Ghat क्यों खास है?

आस्था का प्रमुख केंद्र

शंकर घाट अम्बिकापुर (Shankar ghat ambikapur) का शिव मंदिर स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। महाशिवरात्रि, सावन सोमवार जैसे शुभ अवसरों पर यहां काफी भीड़ रहती है। भक्त जलाभिषेक करते हैं, प्रार्थना करते हैं और मंदिर परिसर के शांत वातावरण में बैठकर मन को स्थिर करते हैं।

मंदिर का अद्भुत वातावरण और महत्व :

शंकर घाट अंबिकापुर में स्थित है, और इसकी खासियत इसे शहर के अन्य मंदिरों से अलग करती है और इसे Best places in Ambikapur में शुमार करती है –

नदी के किनारे :

Shankar Ghat Ambikapur Shiv Mandir at river side।
Shankar Ghat Ambikapur river view

यह घाट एक अविरल नदी की धारा के किनारे स्थित है, जो यहाँ के वातावरण को अत्यंत शांत और पवित्र बनाती है।

पीपल की छाँव :

यहाँ भगवान भोलेनाथ एक विशाल पीपल वृक्ष की घनी, शीतल छाँव में विराजमान हैं।

Shankar Ghat Shiva temple Ambikapur

श्मशान से जुड़ाव:

यह स्थान श्मशान भूमि के पास स्थित है, जो भगवान शिव के ‘महाकाल’ स्वरूप के अनुरूप है। हिंदू शास्त्रों में, भगवान शिव को श्मशान का अधिपति (Lord of Cremation Grounds) माना जाता है, और यह संयोग इस मंदिर की आध्यात्मिक ऊर्जा को और भी बढ़ा देता है।

धार्मिक मान्यता:

जानकारों के अनुसार, श्मशान के समीप, नदी की धारा और पीपल की छाँव में भगवान शिव का विराजित होना अत्यंत शुभकारी और दुर्लभ माना जाता है। यह स्थान जीवन और मरण के चक्र का प्रतीक है।

सूर्य मंदिर और छठ पूजा घाट

Surya mandir shankar ghat ambikapur

शंकर घाट छठ महापर्व के लिए एक प्रमुख स्थान है। यहां नदी के घाट को छठ महापर्व के समय बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया है।

यहाँ सूर्य मंदिर भी है। छठ महापर्व के समय यहाँ श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ होती है।

प्राकृतिक खूबसूरती का बेजोड़ अनुभव

Shankar Ghat Ambikapur की सबसे सुंदर बात है नदी के किनारे बैठने का अद्भुत सुकून।

  • बहते पानी की आवाज
  • ताज़ी हवा
  • पेड़ों की हरियाली
  • और खुले आसमान का दृश्य

ये सब मिलकर एक ऐसा माहौल बनाते हैं जहाँ कोई भी तनाव दूर हो जाता है।

Morning Walk और Meditation का बेहतरीन स्थल

Ambikapur शहर के कई लोग रोज सुबह Shankar Ghat आते हैं।

  • यहाँ की शांति
  • रास्तों की हरियाली
  • और नदी किनारे की ठंडी हवा

इस जगह को morning walk के लिए एक अच्छी जगह बनाते हैं। सुबह का समय इस जगह को और भी सुंदर बना देता है।

Photography के लिए Perfect Spot

यहां सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों का नज़ारा बेहद शानदार होता है।

Travel bloggers और photographers के लिए भी यह जगह काफी आकर्षक है।

नदी किनारे, पुरानी सीढ़ियाँ, मंदिर का दृश्य—ये सब बेहतरीन फोटो फ्रेम बनाते हैं।

मंदिर का इतिहास और महाशिवरात्रि

माना जाता है कि शंकर घाट पर भगवान शिव के मंदिर की स्थापना 1971 में महाशिवरात्रि के दिन की गई थी।

  • 50 वर्ष का गौरव : इस मंदिर ने हाल ही में अपने 50 वर्ष पूरे किए हैं, जो इसके समृद्ध इतिहास को दर्शाता है।
  • महाशिवरात्रि पर्व : हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। दूर-दूर से लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने और आशीर्वाद लेने आते हैं। इस दौरान घाट का पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है।

Shankar Ghat का माहौल और स्थानीय संस्कृति

यह स्थान Ambikapur की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा माना जाता है।

शाम के समय यहाँ हल्की-फुल्की चहलकदमी, बच्चों की हंसी, और मंदिर की घंटियों की गूंज एक अलग ही माहौल बनाती है।

स्थानीय लोग अक्सर यहाँ त्योहार, धार्मिक कार्यक्रम और जल से जुड़े छोटे-छोटे अनुष्ठान भी करते हैं।

शंकर घाट पर क्या करें? (आकर्षण)

  • आध्यात्मिक शांति : नदी किनारे बैठकर ध्यान लगाएं और प्रकृति की शांति महसूस करें।
  • फोटोग्राफी : सुबह और शाम के समय यहाँ का नज़ारा बेहद मनमोहक होता है। आप यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को कैमरे में कैद कर सकते हैं।
  • स्थानीय संस्कृति : महाशिवरात्रि या सावन के महीने में जाएँ, तो आप अंबिकापुर की स्थानीय धार्मिक परंपराओं और संस्कृति को करीब से देख पाएंगे।
  • आस-पास के स्थल : शंकर घाट की यात्रा के साथ आप अंबिकापुर के अन्य प्रसिद्ध स्थलों जैसे महामाया मंदिर को भी देख सकते हैं।

Travel Guide – शंकर घाट कैसे पहुँचें?

📍Location

Shankar Ghat, Ambikapur शहर के भीतर ही स्थित है।शहर के मुख्य इलाके से इसकी दूरी बहुत कम है तथा स्थानीय बस, ऑटो और निजी वाहन से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

🕒 घूमने का सही समय

सुबह 5:30 से 9 बजे तक – Meditation, Photography और शांत माहौल के लिए perfect

शाम 4 बजे से सूर्यास्त तक – नदी किनारे का बेहतरीन दृश्य

⏳ कितना समय लगेगा?

पूरी जगह आराम से घूमकर देखने में 1 से 2 घंटे काफी हैं।

🥤 खाने-पीने की सुविधा

घाट के पास हल्की-फुल्की चाय-नाश्ते की दुकाने मिल जाती हैं।

यदि आप प्रकृति के बीच भोजन करना पसंद करते हैं, तो यहां पिकनिक जैसा अनुभव भी लिया जा सकता है, बस स्वच्छता का ध्यान रखें।

Nearby Attractions – पास में अम्बिकापुर में घूमने की जगहें (Best places in Ambikapur)

Shankar Ghat के आसपास अम्बिकापुर में घूमने की जगहें हैं, जहां आप आसानी से पहुंच सकते हैं –

Kali Mandir (काली मंदिर) – पास में स्थित प्रसिद्ध मंदिर

महामाया मंदिर (Mahamaya Mandir) – Ambikapur का प्रमुख देवी मंदिर

सांडबार मंदिर – अम्बिकापुर – रायपुर मार्ग में रिंग रोड से 4-5 किलोमीटर दूर स्थित है।

Tips for Visitors

  • घाट पर फिसलन वाले पत्थरों से सावधान रहें।
  • नदी किनारे सेल्फी लेते समय दूरी बनाए रखें।
  • जगह को साफ रखें—कचरा न फैलाएं।
  • धार्मिक स्थान का सम्मान करें।

Shankar Ghat – एक यादगार अनुभव

अंबिकापुर (Ambikapur) में शंकर घाट (Shankar Ghat Ambikapur) एक ऐसा स्थान है जहां आस्था, प्रकृति और शांति तीनों का संतुलन मिलता है। यहाँ कुछ देर बैठकर हवा का आनंद लेना, पानी की आवाज सुनना और शांत वातावरण का अहसास करना—ये सब मन को एक नई ऊर्जा देते हैं।

अम्बिकापुर में घूमने की जगहें तो बहुत सारे हैं लेकिन उन सबमें शंकर घाट का अलग ही महत्व है। सावन में प्रत्येक सोमवार, छठ पूजा महापर्व और महाशिवरात्रि में यहाँ का दृश्य देखने लायक होता है।

यदि आप अभी तक शंकर घाट अम्बिकापुर नहीं आए हैं, तो आपको अवश्य एक बार इस अद्भुत जगह पर जाना चाहिए।

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